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युवा क्रांति रथ |
जदयू के बड़बोले नेता एमएलसी नीरज कुमार ने यह जानकारी मिडिया को देते हुए कहा कि एक गरीब का शोषण करके किसने मंगल पाल के नाम से बस खरीदा। और यदि मंगल पाल ने बस खुद खरीदा है तो BPL की श्रेणी में आने वाले मंगल पाल के पास इतने महँगे हाइटेक बस खरीदने के पैसे कहा से आये। वही इस तनातनी के बीच बख्तियारपुर के पूर्व विधायक अनिरुद्ध यादव फँसते नजर आ रहे हैं। अनिरुद्ध यादव ने सफाई देते हुए कहा कि मंगल पाल गरीब नही है वह एक ठेकेदार है। जो सरकार को टैक्स भी देता है। और हम सब ने चंदा इकट्ठा करके यह बस अपनी पार्टी को दिया है।
मामला चाहे जो भी हो जनता सब समझती है। वही इस मामले में तेजस्वी यादव ने अपना बचाव करते हुए कहा कि पार्टी ने यह बस किराए पर लिया है। कौन किसको दिया, किसको लिया मुद्दा यह नही है। हमारे इस बेरोजगारी हटाओ यात्रा की शुरूआत होने से पहले ही सरकार डर गई है। और जनता को दूसरे मुददे में उलझाये रखना चाहती है। बिहार में बेरोजगारी सबसे बड़ा समस्या है। और इसे दूर करने में सरकार असफल है। यदि कोई टैक्स भरने बाला व्यक्ति BPL की श्रेणी में आता है। तो यह सरकार की सबसे बड़ी विफलता और प्रशासनिक भ्रष्टाचार को उजागर करता है।
nice info
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