![]() |
स्कूली बच्चे |
एक सप्ताह से हो रही झमाझम से हर जगह पानी ही पानी भर गया है। सड़क पानी से भर चुका है। आने जाने बाली गलियों में पानी के साथ कीचड़ भी भर गया है। जिससे आने जाने में बाले लोगो को मुसीबतों का सामना करना पड़ता है। वही बाजार की स्थिति काफी खराब हो चुकी है। बारिश की बजह से लोग घर से बाहर कम निकलते है ऐसे में बाजार में बिक्री कम हो गई है और बाजार का रौनक चला गया है चहल पहल भी कम ही रहता है। जब तक बारिश छूट नही जाता है तब तक स्थिति ऐसा ही रहने बाला है। ऐसे में दुकानदारों को नुकसान का सामना करना पड़ रहा है। कुल मिलाकर बरसात का मौसम लगभग सभी के लिए हानिकारक है।
अब हम बात करते है स्कूल जाने बाले बच्चों की तो बच्चे कम उम्र के है उन्हें स्कूल जाने में काफी परेशानी होती है। बीच सड़क पर खुले हुए बोरबेल के ढक्कन में पानी ऊपर तक भर जाता है। जिससे पता ही नही चलता है कि गढ्ढा कहाँ पर है। जिसके कारण उसमे बच्चों को गिर जाने का खतरा बना हुआ रहता है। यदि आपके बच्चे भी स्कूल जाते है तो उन्हें इस मौसम में अकेला न जाने दे। हो सके तो स्कूल तक उन्हें खुद छोड़ने जायें। यदि स्कूल से लौटते वक्त वो भींग जाते है तो उन्हें रात में खाना खाने के बाद और सोने से पहले गर्म दूध में हल्दी डालकर जरूर पिलाये जिससे सर्दी जुकाम जैसे बीमारियों से खतरा नही रहेगा। हल्दी मिलाते समय इस बात का हमेसा ध्यान रखें कि हल्दी घर का पिसा हुआ हो क्योंकि बाजार बाले पिसा हुआ हल्दी में ज्यादातर मिलाबट बाले ही होते है। हल्दी को छोटे छोटे टुकड़ों में करके उसे मिक्सी में पीस कर भी आप शुद्ध हल्दी पाउडर बना सकते है। हल्दी पाउडर थोड़ा मोटा भी हो जाता है तो कोई बात नही है उसे चलनी में चालकर आप मोटे हिस्से को दुबारा भी पीस सकते है। इस तरह शुद्ध हल्दी पाउडर बनाकर आप दूध में डालकर बच्चों को पिला सकते है। इस बारिस के मौसम में आप अपना और अपने बच्चों का ख्याल रखें।
कोई टिप्पणी नहीं:
टिप्पणी पोस्ट करें
thanks for visit