बख्तियारपुर प्रखंड के लखनपुरा गाँव के निवासी अनिल कुमार के सबसे छोटे पुत्र कमलेश कुमार उर्फ भोला सिंह जम्मू कश्मीर के भारत पाक सिमा कुपवाड़ा में तैनात थे। पाकिस्तान की कायरता से अनजान सैनिक कमलेश कुमार मुस्तैदी से अपनी ड्यूटी कर रहे थे। बीते दिन शुक्रवार को अचानक पाकिस्तान की तरफ से गोलीबारी की गई। गोलीबारी की आवाज सुनकर उनके दूसरे साथी दौड़कर उन्हें देखने आये। तो देखा कि वो जमीन पर गिरे हुए हैं। जल्दी से उन्हें अस्पताल पहुँचाया गया लेकिन वो शहीद हो चुके थे। पाकिस्तान आये दिन सिमा पर इस तरह का कायराना हरकत करते रहता है। मन तो करता है कि दुनिया के नक्शे से पाकिस्तान का नामोनिशान मिटा दु। लेकिन पाकिस्तान है कि अपनी हरकतों से बाज नही आता है। मैं इस तरह की पोस्ट लिखने से हमेसा बचना चाहता हूँ। लेकिन लखनपुरा के लाल शहीद कमलेश कुमार ने साथ पाकिस्तान ने जो हरकत किया है। उससे यहाँ के लोगों में काफी आक्रोश है। सोसल मीडिया फेसबुक, व्हाट्सएप जब भी खोलकर देखता हूँ हर तरफ शहीद कमलेश कुमार की शहादत को नमन किया जा रहा है श्रद्धांजलि दिया जा रहा है। और मैं भी खुद को लिखने से रोक नही सका। मैं जब भी इस तरह का पोस्ट लिखता हूँ तो भावनाओं में खो जाता हूँ। हाँथों की अंगुलिया काम करना बंद कर देता है और आँखों से आँसू निकलने लगता है।
आपको बताते चलें कि शहीद कमलेश कुमार सामाजिक कार्यों में हाथ बटाने और हँसमुख स्वभाव के कारण सभी के चहेते थे। उनके पिताजी का रो रोकर बुरा हाल है। दोस्तों के चेहरे उतरे हुए हैं। गाँव में मातम सा महौल हो गया है। शहीद कमलेश कुमार ने अपने ही गाँव लखनपुरा के हाई स्कूल से मैट्रिक की पढ़ाई पूरी की थी। बाढ़ एएनएस कॉलेज से इंटर पास किया था। दिसम्बर 2018 में दानापुर में बहाली हुई थी। ट्रेनिंग पूरी होने के बाद जम्मू कश्मीर के कुपवाड़ा में उनकी तैनाती हुई थी। और महज 19 साल की उम्र में देश की सेवा करते करते शहीद हो गए। जिसकी सूचना सेना के अधिकारियों द्वारा फोन पर उनके घर बालों को दिया गया। www.biharpatna.com की पूरी टीम की तरफ से उन्हें भावपूर्ण श्रद्धांजलि
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