बीते दिन सोमबार को धनबाद रेलवे कंट्रोल रूम को सूचना मिला कि 12988 अजमेर सियालदह एक्सप्रेस के जनरल डिब्बे में बच्चा चोर गैंग का एक सदस्य सफर कर रहा है। सूचना मिलते ही ट्रेन पहुचने से पहले धनबाद रेलवे स्टेशन को पुलिस ने धेराबन्दी कर दिया। जब ट्रेन दोपहर करीब 1 बजे प्लेटफार्म नंबर एक पर पहुंची तो पुलिस ने बच्चा चोर गैंग के एक सदस्य को गिरफ्तार कर लिया। पूछताछ के दौरान उसने कबूल किया कि वह बच्चा चोरी जैसे घटनाओं को अंजाम देता है। साथ ही उसने पुलिस को यह भी बताया कि पीछे से आ रही 13152 जम्मूतवी कोलकाता एक्सप्रेस में तीन और सदस्य गया रेलवे स्टेशन पर बच्चा चोरी के उद्देश्य से चढ़ा है।
उसकी निशानदेही पर पुलिस ने उन तीनों चोरों को भी गिरफ्तार कर लिया। जिसने अपना नाम अनिल वैद्य, चंदन राठौड़ और बहरा बताया है। पकड़े गए तीनों चोरों ने भी कबूल किया कि वह बच्चा चोरी करता है। तीनों चोर बिहार के गया जिला के बेला थाना मिलहारी गाँव का रहने बाला है। उसने पुलिस को बताया कि वह बच्चे को पाउडर सुंघाकर बेहोश कर देता है और किसी बड़े से थैले में भरके अपने साथ ले जाता है। जिसे वह कोडरमा के तिलैया निवासी लक्ष्मण उर्फ रमेश गिरी को बेच देता है। उसके बाद इन बच्चों की किडनी और आंखें निकाल लिया जाता है। अनुमान लगाया जा रहा है कि बच्चा चोर गैंग का और भी कई सदस्य बिहार और झारखंड में सक्रिय है।
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